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अध्याय-७
१८५ साहित्यिक और अभिलेखीय साक्ष्यों के आधार पर निर्मित पूर्णिमागच्छप्रधानशाखा के मुनिजनों का विद्यावंशवृक्ष तालिका-२ चन्द्रप्रभसूरि (पूर्णिमागच्छ के प्रवर्तक, वि०सं० ११४९)
धर्मघोषसूरि
समुद्रघोषसूरि
परमारनरेश नरवर्मा (वि०सं० ११५१/ई० स० १०९४- वि०सं० ११९०/ई० स० ११३३ और जयसिंह सिद्धराज (वि०सं० ११५१/ई० स० १०९५- वि०सं० ११९९/ई० स० ११४३ के राजदरबार में सम्मानित)
सुरप्रभसूरि (प्रधानशाखा या ढंढेरिया शाखा के प्रवर्तक)
जिनेश्वरसूरि
भद्रप्रभसूरि
पुरुषोत्तमसूरि
देवतिलकसूरि
रत्नप्रभसूरि
तिलकप्रभसूरि
ललितप्रभसूरि (प्रथम)
हरिप्रभसूरि
जयसिंहसूरि
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