________________
१३४
बृहद्गच्छ का इतिहास क्रमांक संवत् माह तिथि दिन सन्दर्भग्रन्थ १७. १५११ माघ वदि ९ वही, भाग २, लेखांक १४०१ १७अ. १५१२ फाल्गुन वदि ५ प्रतिष्ठालेखसंग्रह, भाग २, लेखांक ९४ १८. १५१३ पौष सुदि ७ जैनलेखसंग्रह, भाग २, लेखांक १०८९ १९. १५१३ ,, ,, वही, भाग २, लेखांक १२६६ २०. १५१३ ,, ,, वही, भाग २, लेखांक १३७४ हेमहंससूरि के पट्टधर हेमसमुद्रसूरि द्वारा प्रतिष्ठापित जिनप्रतिमाओं पर उत्कीर्ण लेखों का विवरण
क्रमांक संवत् माह तिथि दिन सन्दर्भ ग्रन्थ १. १५१७ मार्गशीर्ष सुदि २ शनिवार प्रतिष्ठालेखसंग्रह, भाग १, लेखांक ५६९ २. १५१७ माघ सुदि १० सोमवार वही, लेखांक ५७३ ३. १५१८ माघ सुदि २ शनिवार बीकानेरजैनलेखसंग्रह, लेखांक १२२७
१५२१ वैशाख सुदि १३ सोमवार वही, लेखांक १२९३ ५. १५२१ माघ सुदि १२ बुधवार जैनलेखसंग्रह, भाग १, लेखांक ४४३ ५अ. १५२२ माघ सुदि २ गुरुवार प्रतिष्ठालेखसंग्रह, भाग २, लेखांक १२० ६. १५२८ वैशाख वदि ६ सोमवार बीकानेरजैनलेखसंग्रह, लेखांक १२४९ हेमसमुद्रसूरि के पट्टधर हेमरत्नसूरि द्वारा प्रतिष्ठापित जिनप्रतिमाओं पर उत्कीर्ण लेखों का विवरण क्रमांक संवत् माह तिथि दिन सन्दर्भग्रन्थ १. १५३३ माघ सुदि६
प्रतिष्ठालेखसंग्रह, भाग-१, लेखांक ७६४ २. १५३३ " " बीकानेरजैनलेखसंग्रह, लेखांक ११९१ ३. १५४२ वैशाख सुदि १३ रविवार प्रतिष्ठालेखसंग्रह, भाग २, लेखांक १६८ उक्त अभिलेखीय साक्ष्यों के आधार पर जो पट्टक्रम निश्चित होता है, वह इस प्रकार
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org