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ॐ ओं
श्रीमन्नेमिचन्द्रसिद्धान्तदेवविरचित वृहद्र्व्यसंग्रहः
तथा
लघुद्रव्यसंग्रहः
श्रीब्रह्मदेवविरचित संस्कृतवृत्तिसहितः
एवं हिन्दीभाषानुवादसमुपेतः
प्रकाशक:
श्री गणेश वर्णी दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला
खरखरी (धनवाद ) विहार
प्रथमावृत्ति १००० प्रति]
[निछावर ३ रु. ५० न.पै.
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