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सज्जन होते समय पारखी १३१
समय का महत्त्व
हीरा मूल्यवान होने पर भी उसकी ठीक कीमत जौहरी ही जानता है, बच्चों के खिलौनों में पड़े हुए हीरे का कोई गौरव और महत्व प्रकट नहीं होता, वहाँ वह काँच के टुकड़े की तरह पड़ा रहता है। मनुष्य का जीवन इतना मूल्यवान होते हुए भी उसकी कद्र समय का पारखी ही करता है । अज्ञानी या साधारण जन इस जीवन का मूल्यांकन नहीं कर पाते हैं । किसीप्रकार दिन काट लेना और सांसे पूरी कर लेना और बात है, एवं जीवन के एक-एक क्षण का प्रत्येक सांस का पूरा लाभ उठा लेना दूसरी बात है । जिसे अपने जीवन का कोई भी क्षण व्यर्थ नहीं खोना है, जिसे भार की तरह जिन्दगी का बोझ ढोना नहीं है, अपितु जिन्दगी के क्षणों का पूरा-पूरा सदुपयोग करना है, वह समय को धन समझकर उसके एक- एक कण का महत्व और मूल्य समझता है । पाश्चात्य बिचारक जे० मेसन (J. Mason) के शब्दों कहूँ तो -
"As every thread of gold is valuable, so is every moment of
time
"
जैसे सोने का प्रत्येक धागा मूल्यवान होता है, वैसे ही समय का प्रत्येक क्षण मूल्यवान होता है ।
फ्रैंकलीन ने दुनियादार लोगों को चेतावनी देते हुए कहा है
‘Remember that time is money. '
"याद रखो, समय धन है ।"
इंग्लैण्ड में किसी व्यक्ति ने किसी से मार्ग पूछा तो उसने बता दिया, परन्तु साथ ही उस व्यक्ति का नाम-पता नोट कर लिया । दूसरे दिन उस व्यक्ति के नाम-पते से रास्ता बताने वाले का जो समय खर्च हुआ उसका बिल पत्र के साथ भेजा । जिसमें लिखा" आपको रास्ता बताने में हुए समय-व्यय का मूल्य दो पौंड ।" उसने एक वकील से परामर्श किया, तो उसने भी परामर्श लेने वाले को अपनी फीस का बिल पकड़ा दिया । ये दोनों बिल उक्त महोदय को चुकाने पड़े। इसीका नाम है- "Time is money' समय धन है । "
मनुष्य जीवन में आते ही मनुष्य को स्थूल सम्पदा चाहे विशेष न मिली हो, पर जो कुछ भी मिला है, वह इतना सक्षम और इतना मूल्यवान है कि उसके माध्यम से संसार की सभी वस्तुएँ प्राप्त की जा सकती हैं । शरीर, बुद्धि, इन्द्रियाँ, मन और मानव जीवन के अतिरिक्त सबसे अमूल्य अनुदान जो मनुष्य को मिला है, वह है – 'समय' |
हमारे शास्त्रों में बताया है कि प्रत्येक प्राणी के आयुष्य के क्षण और कण निश्चित रहते हैं । आयुष्य, अर्थात मनुष्य की सांसें गिनी हुई हैं और श्वास - उच्छ्वास के का आवागमन निरन्तर चलता रहता है । इसका अर्थ यह है कि मनुष्य आयुष्य,
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