SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 30
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ५७. सत्याणुव्रत का स्वरूप ५८. सत्यव्रती श्रावक के अतिचार ५९. अचौर्याणुव्रत का स्वरूप अचौर्यव्रती के न करने योग्य कार्य ६०. ६१. ६२. ६३. ६४. ६५. ६६. ६७. ६८. सामायिकव्रत का स्वरूप ६९. सामायिक में नाम स्मरण ७०. सामायिक में प्रतिक्रमण ७१. सामायिक में करणीय कार्यों के पाँच भाग ७२. सामायिक के अतिचार ब्रह्मचर्याणुव्रत का स्वरूप ब्रह्मचर्याणुव्रती के लिए वर्ज्यकार्य (स्वदार - संतोष व्रत के दोष) परिग्रहपरिमाण अणुव्रत परिग्रहपरिमाणव्रती के लिए त्याज्य कार्य दिव्रत और उसके अतिचार देशावका शिकव्रत और उसके अतिचार . अनर्थदण्डत्यागव्रत और उसके अतिचार ७३. प्रोषेधोपवासप्रतका स्वरूप ७४. प्रोयधोपवास व्रत के अतीचार ७५. भोगोपभोगपरिमाणव्रत और उसके अतिचार ७६: अतिथिसंविभागव्रत और उसके अतिचार ७७. तृतीय सामायिक प्रतिमा का स्वरूप सामायिक में वर्णनीय ३२ दोष ७९. चतुर्थ प्रोषधोपवास प्रतिमा का स्वरूप ७८. ८०. पाचवीं सचित्तत्याग प्रतिमा का स्वरूप ८१. ८२. ८३. ८४. ८५. दशमी अनुमतित्याग प्रतिमा का स्वरूप ८६. उद्दिष्टाहारत्याग ग्यारहवीं प्रतिमा १. क्षुल्लक व्रती के कर्त्तव्य २. ऐलक व्रती के कर्त्तव्य छठवीं रात्रिभुक्तित्याग प्रतिमा का स्वरूप सातवीं ब्रह्मचर्य प्रतिमा का स्वरूप व कार्य आठवीं आरंभत्याग प्रतिमा के कार्य नवमीं परिग्रहत्याग प्रतिमा का स्वरूप Jain Education International For Personal & Private Use Only XXIII २०९ २१० २१३ २१४ २१६ २१८ २१९ २२१ २२२ २२५ २२७-२८ २३१ २३२ २३३ २३३-३५ २३६ २३८ २४१ २४३-२४६ २५२-२६१ २६७ २७० २७४ २७८ २८० २८१ २८७ २९१ २९४ २९६ ३०३ ३०९ www.jainelibrary.org
SR No.004002
Book TitleShravak Dharm Pradip
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJaganmohanlal Shastri
PublisherGaneshprasad Varni Digambar Jain Sansthan
Publication Year1997
Total Pages352
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy