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श्री गणेशप्रसाद वर्णी वि० जन प्रन्थमाला, पुष्प : ३१ ।
श्रीमद-योगीन्दुदेव-विरचित
योगसार [पं० पन्नालाल चौधरी कृत देशभाषा वनिका सहित ]
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सम्पादक एवं अनुवादक डॉ० कमलेशकुमार जैन
जैनदर्शन-प्राध्यापक काशी हिन्दू विश्वविद्यालय
वाराणसी।
प्रकाशक श्री गणेश वर्णी दि० जैन संस्थान
वाराणसी।
वी०नि० सं० २५१४ ]
[ ई० १६८७
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