________________
सर्वविशुद्धज्ञानाधिकार
३७५
जो पाप मैंने किया था, कराया था और किये हुए की अनुमोदना की थी, वह मन और काय से मिथ्या हो३, जो पाप मैंने किया था, कराया था और किये हुए की अनुमोदना की थी, वह वचन और काय से मिथ्या हो४, जो पाप मैंने किया था, कराया था और किये हुए की अनुमोदना की थी, वह मन से मिथ्या हो५, जो पाप मैंने किया था, कराया था और जिसकी अनुमोदना की थी, वह वचन से मिथ्या हो६, जो पाप मैंने किया था, कराया था और जिसकी अनुमोदना की थी, वह काय से मिथ्या हो७, जो पाप मैंने किया था और कराया था, वह मन, वचन और काय से मिथ्या हो८, जो पाप मैने किया था और किये हुए की अनुमोदना की थी, वह मेरा पाप, मन, वचन, काय से मिथ्या हो९, जो पाप मैने कराया था और दूसरे से किये हुए की अनुमोदना की थी, वह मेरा पाप मन से, वचन से और काय से मिथ्या हो१०, जो मैंने किया था और दूसरे से कराया था, वह मेरा पाप मन से मिथ्या हो११, जो मैंने किया था और जिसे करते हुए की अनुमोदना की थी, मेरा वह पाप मन से तथा वचन से मिथ्या हो१२, जिसे मैंने दूसरे से कराया था और जिसे करते हुए की अनुमोदना की थी, वह मेरा पाप मन से और वचन से मिथ्या हो१३, जिसे मैंने किया था और दूसरे से कराया था वह मेरा पाप मन से और काय से मिथ्या हो १४, जिसे मैंने किया था और जिसे करते हुए को अनुज्ञा दी थी वह मेरा पाप मन से और काय से मिथ्या हो १५, जिसे मैंने कराया था और जिसे करते हुए को अनुज्ञा दी थी, वह मेरा पाप मन से तथा काय से मिथ्या हो १६, जिसे मैंने किया था और जिसे कराया था, वह मेरा पाप वचन और काय से मिथ्या हो १७, जिसे मैंने किया था और जिसे करते हुए को अनुज्ञा दी थी, वह मेरा पाप वचन और काय से मिथ्या हो १८, जिसे मैंने कराया था और जिसे करते हए को अनुज्ञा दी थी, वह मेरा पाप वचन और काय से मिथ्या हो १९, जिसे मैंने किया था और जिसे कराया था, वह मेरा पाप मन से मिथ्या हो २०, जिसे मैंने किया था और जिसे करते हुए दूसरे को अनुज्ञा दी थी, वह मेरा पाप मन से मिथ्या हो २१, जिसे मैंने कराया था और जिसे करते हुए को अनुज्ञा दी थी, वह मेरा पाप मन से मिथ्या हो २२, जिसे मैंने किया था और जिसे दसरे से कराया था, वह मेरा पाप वचन से मिथ्या हो २३, जिसे मैने किया और जिसे करते हुए अन्य को अनुज्ञा दी थी, वह मेरा पाप वचन से मिथ्या हो २४, जिसे मैंने कराया था और जिसे करते हुए अन्य को अनुज्ञा दी थी वह मेरा पाप वचन से मिथ्या हो २५, जिसे मैंने किया था और जिसे कराया था, वह मेरा पाप काय से मिथ्या हो २६, जिसे मैंने किया था और जिसे करते हुए दूसरे को अनुज्ञा दी थी, वह मेरा पाप काय से मिथ्या हो २७, जिसे मैंने कराया था और जिसे करते
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org