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सम्मइसुत्तं, ३
185 जो 1 आकुंचणकालो सो चेव पसारियस्स वि ण 2 जुत्तो। तेसिं पुण पडिवत्तीविगमे 3 कालंतरं णत्थि ॥३६॥ उप्पज्जमाणकालं उप्पण्णं ति विगयं विगच्छंतं । दवियं पण्णवयंतो तिकालविसयं विसेसेइ ॥३७॥ दव्वंतरसंजोगाहि 4 के वि5 दवियस्स बेंति उप्पायं । उप्पायत्था ऽकुसला विभागजायं 6 ण इच्छंति ॥ ३८॥ अणु दुअणुएहि दव्वे आरद्धे तिअणुयं ति ववएसो7। तत्तो य पुण विभत्तो 8 अणु त्ति जाओ अणू होइ ॥ ३९ ॥ बहुयाण एगसद्दे जह संजोगाहि होइ उप्पाओ। णणु एगविभागम्मि वि जुज्जइ बहुयाण उप्पाओ ॥ ४० ॥ एगसमयम्मि एगदवियस्स 10 बहया वि होंति उप्पाया। उप्पायसमा विगमा ठिईउ 11 उस्सग्गओ णियमा ॥४१॥ कायमणवयणकिरियारूवाइगईविसेसओ 12 वावि 13 । संजोगभेयओ 14 जाणणा य 15 दवियस्स उप्पाओ ॥४२॥ दुविहो धम्मावाओ अहेउवाओ य हेउवाओ य । तत्थ उ अहेउवाओ भवियाभवियादओ भावा ॥४३॥ भविओ सम्मइंसणणाणचरित्तपडिवत्तिसंपन्नो। णियमा दुक्खंतकडो त्ति 16 लक्खणं हेउवायस्स ॥४४॥ जो हेउवायपक्खम्मि हेउओ आगमे य आगमिओ। सो ससमयपण्णवओ 17 सिद्धंतविराहओ अण्णो ॥४५॥ परिसुद्धो णयवाओ आगममेत्तत्थसाहओ होइ 18 । सो चेव दुण्णिगिण्णो 19 दोण्णि वि पक्खे विधम्मेइ 20 ॥४६॥ जावइया वयणपहा 21 तावइया चेव होंति णयवाया।
जावइया णयवाया तावइया चेव परसमया ॥४७॥ 1) A आउंचन. 2) B नो for वि ण. 3) B तेसं पडिवत्ती वि अ विगमे. 4) B संजोआहिं. 5) A केचि. 6) B जाई. 7) B अणुअत्तएहिं आरद्धदव्वे तिअणुअंति निद्देसो. 8) B विभत्ते. 9) B जइ संजोगाण. 10) A एकदवियस्स. 11) B विइओ. 12) B करिआ for किरिया. 13) B होइ for वावि. 14) B संजोअ. 15) B जाणतो वि. 16) B दुक्खंतविअत्ति. 17) B समए पन्नत्तो. 18) B भणिओ for होइ. 19) B दुन्नयिणो. 20) B विहम्मे वि. 21) A वयणवहा.
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