SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 193
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ७२ अ. प्रा. जैनलेखसन्दोहे— मासे शुक्ल पष (क्षे) त्रो(त्रयोदश्यायां शुभदिने श्रीगढ दसोर बापणा लषू जवंत सोनगरा विरजि हीरजी कावड्या विरधास हकमा साह जोधा बापणा अबू साह सोनगरा धमा साह जीवा बापणा कम सोनगरा संघवी लघू जवंत विरजी वीरधा संघविआ ( १९२ ) ॥ संवत (त्) १६७७ वर्षे कार्तिगसुदि १३ तेरस श्रीआबु चट्या संघ दसोर सीतामउ संघ चड्या संघवी लघू साह महराज साह मेवराज लघू जवंत गोत्रे बापणा सोनगरा वीरजी कावड्या वीरधा तपगच्छ धूम माणस हजार ३००० श्रीसंघसाथ आबुजी परसि समस्त बालगोपाल सह (हि) त चीरंजीव होजो ठाकुर श्री चंद्रभाण दयालदास लीप (ख) पाडे रामासत पाडे छीतर.... । ( १९३ ) सं[०] १६५५ वरषे फागुण वि (व). ५ वु० हांसा मना उ (पु)त्र सीरोहीरा चत्रमुषरा कमठाई पुत्र वु । सुरतण सिवराज सीपी) सुत्र ० नेता राउत षीमसी डाहा जात्रा सफलश्री । ( १९४ ) || संवत ( त्) १६ १० वर्ष चैत्रशुद्धि १५ बुधे श्री आगमगच्छे श्री उदय रत्नसूरिपट्टे श्रीसो (सौ) भाग्यसुंदरसूरिपरिवारे उपाध्याय श्रीमुनिराज उपाध्यायश्री हर्षरत्न पं० गुणमंदिर पं० माणिकरत्न पं० विद्या Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003986
Book TitleArbud Prachin Jain Lekh Sandohe Abu Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJayantvijay
PublisherVijaydharmsuri Jain Granthamala Ujjain
Publication Year1994
Total Pages762
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy