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________________ पदार्थ एक रात बीतने पर अभक्ष्य बन जाते हैं। कई पदार्थों का स्वाद 15-20 दिन में परिवर्तित होने लगता है और कुछ पदार्थ 4-8 महीने तक भी खराब नहीं होते। ऐसी सभी खाद्य-सामग्रियों की समय-मर्यादा जानकर, उनको अभक्ष्य मानकर, उनका त्याग कर देना चाहिए। एक रात बीतने पर अभक्ष्य बनने वाले पदार्थ - जिन पदार्थों में नमी का अंश रह जाता है, वे सभी पदार्थ एक रात बीतने पर 'बासी' कहलाते हैं। नमी या जलीय अंश पदार्थ को थोड़े समय में ही सड़ा देता है। फर्नीचर घर में है, वह तब तक सलामत रहेगा जब तक वह गीला न हो, उसी तरह खाद्य-पदार्थों में जल या नमी का अंश पदार्थ को खराब करने लगता है और उनमें जीवोत्पत्ति होने लगती है। रात बीतने पर बासी पदार्थ-51 रोटी ब्रेड पराठा भजिया बड़ा ढोकला हांडवा इडली-डोसा कचोरी-समोसा दूधपाक खीर मलाई बासुंदी श्रीखंड हलवा पूरणपोली गुलाबजामुन कच्चा मावा जलेबी रसमलाई बंगाली मिठाई आदि सेका हुआ पापड़ पानी वाली चटनी शरबत का एसेन्स आदि सब्जी आदि कुछ दिनों बाद अभक्ष्य बनने वाले पदार्थ - जैनदर्शन में सूखे पदार्थों के अभक्ष्य होने की एक समय-मर्यादा मानी गई है। जिन पदार्थों को सेंककर या तलकर बनाते हैं और जिन पदार्थों को गाढ़ी चाशनी बनाकर तैयार करते हैं, वे पदार्थ अपनी पाक-पद्धति के कारण दीर्घ समय तक " रिसर्च ऑफ डाइनिंग टेबल - (आचार्य हेमरत्नसूरिजी, पृ. 38) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003971
Book TitleJain Darshan ki Sangna ki Avdharna ka Samikshatmak Adhyayan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPramuditashreeji
PublisherPramuditashreeji
Publication Year2011
Total Pages609
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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