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रोम रोम रस पीजे : ललितप्रभ
विश्व- मैत्री
जगत् को मित्र की तरह देखने से ही विश्व - मंत्री का आदर्श स्थापित हो सकता है ।
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विश्वासघात
किसी के घर रोटी खाने के बावजूद उसके साथ विश्वासघात करना दुनिया का सबसे बड़ा पाप है ।
विस्मरण
अतीत की दुखद घटनाओं का विस्मरण सुखद भविष्य की पहल है ।
अतीत और भविष्य का विस्मरण ध्यान में प्रवेश है । अतीत की स्मृति और भविष्य की कल्पना करना अपने हाथों स्वयं को जंजीर से जकड़ना है ।
बीती बातों को भूल जाना चित्त को तनाव से हल्का करने का प्रयास है।
वीतरागता
वीतरागता राग के विपरीत संस्कार नहीं है, अपितु राग-द्वेष की निःसारता का परिणाम है ।
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