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रोम रोम रस पीजे
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अकेलापन
स्नानघर में मिलने वाला अकेलापन भीड़ के प्रानन्द से बेहतर है ।
अच्छा-बुरा
बुरे से बुरे आदमी में भी कोई-न-कोई अच्छाई होती है ।
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अतिक्रमण
जीवन पर अमानवीय तत्त्वों का आक्रमण स्वाभाविक है, लेकिन अमानवीय तत्त्वों को जीवन का अंग बना लेना जीवन मूल्यों का अतिक्रमण है ।
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