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पर्युषण पर्व के पुण्य अवसर पर जैन श्वेताम्बर श्री संघ, कलकत्ता एवं श्री प्रकाशकुमार, अशोककुमार, सिद्धीराज दफ्तरी, कलकत्ता के शतप्रतिशत अनुदान से प्रकाशित तथा निःशुल्क वितरित ।
आशीर्वाद : गुरुदेव आचार्य श्री जिनकान्ति सागर सूरीश्वर जी म.
प्रेरणा-सूत्र : मुनिराज श्री महिमाप्रभ सागर जी म०, मुनि श्री ललितप्रभ सागर जी
सम्पादन : डॉ० सागरमल जैन निदेशक, पा० वि० शोध संस्थान, वाराणसी
प्रथम संस्करण : अगस्त, १९८४ १,१००
मुद्रक : डिवाईन प्रिन्टर्स, सोनारपुरा, वाराणसी-१
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