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तुम्हारा ईश्वर - तुम हो
ईश्वर तुम्हारा
तुम्हारे भीतर
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तुम ही कारक
तुम ही नियामक
तुम ही हो अपने ईश्वर ।
तुम ही हो संहारक
पार कहाँ
या संचालक
अपने जगत् के
तुम्हारी लीलाओं का तुम ही हो
महालीलाधर ।
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