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श्री जितयशा फाउंडेशन का उपलब्ध साहित्य
स्वयं से साक्षात्कार : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर मन-मस्तिष्क की ग्रंथियों को खोलने के लिए ध्यान-शिविर में दिये गये अमृत प्रवचन ।
पृष्ठ 146, मूल्य 10/विपश्यना और विशुद्धि : श्री चन्द्रप्रभ शरीर, विचार और भावों की उपयोगिता और विशुद्धि के मार्ग दरशाता एक अभिनव प्रकाशन । पृष्ठ 100, मूल्य 12/ज्योति कलश छलके : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर जीवन-मूल्यों को ऊपर उठाने वाली एक प्यारी पुस्तक । भ० महावीर के सूत्रों पर विस्तृत विवेचन ।
पृष्ठ 160, मूल्य 20/ध्यान की जीवंत प्रक्रिया : विजय लक्ष्मी जैन ध्यान की सरल प्रक्रिया जानने के लिए बेहतरीन पुस्तक ।
___ पृष्ठ 120, मूल्य 10/मनुष्य का कायाकल्प : श्री चन्द्रप्रभ मन और चेतना के विभिन्न पहलुओं से रूबरू करवाता श्रेष्ठ दिग्दर्शन । ध्यान-विधि सहित ।
पृष्ठ 200, मूल्य 25/अप्प दीवो भव : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर जीवन, जगत और अध्यात्म के विभिन्न आयामों को उजागर करता चिन्तन-कोष ।
पृष्ठ 112, मूल्य 15/चलें, मन के पार : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर सक्रिय एवं तनाव रहित जीवन प्रशस्त करने वाला एक मनोवैज्ञानिक युगीन ग्रन्थ ।
पृष्ठ 300, मूल्य 30/व्यक्तित्व-विकास : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर हमारा व्यक्तित्व ही हमारी पहचान है, तथ्य को उजागर करने वाला एक बाल मनोवैज्ञानिक प्रकाशन । पृष्ठ 112, मूल्य 10/
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