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शांति का बोध और लक्ष्य प्रगाढ़ होता जाएगा, आप अपने अस्तित्व से रूबरू होते जाएंगे।
हर श्वास अद्भुत है और हर सुबह नई जिंदगी की शुरुआत है । आप अपनी हर श्वास और हर कर्म का आनंद लीजिए। आपके जीवन में शांति का सौन्दर्य बढ़ता जाएगा।
शांति के लिए महज एकांत मत ढूंढते रहिए, वरन् अपने भीतर एकांत का निर्माण कीजिए । स्वयं के एकत्व का बोध ही जीवन का सच्चा एकांत है ।
जीवन में सदा मुस्कुराइए किसी बुद्ध या अमृत-पुरुष की तरह । एक मुस्कुराहट सौ तनावों को दूर करती है और वातावरण को ख़ुशनुमा बनाती है । आप पहले मुस्कुराइए, फिर देखिए इसका कैसा जादुई प्रभाव पड़ता है ।
आप शांतिपूर्वक बैठिए और सावचेत होकर श्वसन-क्रिया
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