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* बच्चों को केवल स्कूल जाना ही मत सिखाइये। बड़ों की अदब, सम्मान की भाषा और सबके साथ मधुरता से पेश आने की नसीहत भी दीजिए।
७ भाई-भाई के बीच मनमुटाव और स्वार्थ भावना का त्याग कीजिए, नहीं तो आपका घर नरक बन जाएगा। भाई के प्रति प्रेम और त्याग की भावना अपनाइये, घर का स्वर्ग सुरक्षित रहेगा।
सास-ससुर के चेहरे में माता-पिता का चेहरा देखिए और माता-पिता के चेहरे में भगवान् का । आपकी घरेलू समस्याएँ स्वतः हल हो जाएँगी ।
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घर की शांति को पहली प्राथमिकता दीजिए। टूटा हुआ घर भूकंप से दरक चुकी दीवार की तरह दिखाई देता है, वहीं हिल-मिलकर साथ रहने वाला परिवार खिले हुए फूलों से इठलाती बगिया की तरह नज़र आता है।
७ घर आए मेहमान का प्रेम से आतिथ्य कीजिए। आपकी थोड़ी-सी मनुहार भी उनके लिए मिठाई पर बरक़ का काम करेगी।
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