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________________ ON 555555 भगवान महावीर कल के महापुरुष हैं और श्री चन्द्रप्रभ आज के। कल के सूर्य से आज की दिशाओं को रोशन किया जा सकता है। समस्याएँ तो तब भी थीं और आज भी हैं।अतीत में भी समाधान तलाशेगए और आज भी तलाशे जा रहे हैं। श्री चन्द्रप्रभ ने महावीर को आधार बनाकर आज की समस्याओं के समाधान ढूँढ़े हैं। उन पर प्रभावी प्रकाश डाला है। श्री चन्द्रप्रभ जैसे महान चिन्तक एवंदार्शनिकजब किसी बिंदु पर प्रकाश डालते हैं तो उसको सुनने, समझने और जीने का आनंद ही कुछ और होता है। श्री चन्द्रप्रभ के ये दिव्य प्रवचन घायल एवं मूर्च्छित मानवता के लिए संजीवनी की तरह हैं। यह ग्रन्थ वास्तव में महावीर के शांति-पथ को उजागर करता है। इसके जरिये पा सकते हैं आप 'शांति और बोधपूर्वक जीने की कला।' यदि आप इस ग्रन्थ की बातों को अपने घर-परिवार और समाज में लागू करते हैं तो आप इस धरती पर ही स्वर्गकोईज़ादकरने में सफल हो सकते हैं। Rs50 Spiritual book Ja Education Intational Fon Personal & Private Use Only www.jainelibrary card
SR No.003880
Book TitleMahavir Aapki aur Aajki Har Samasya ka Samadhan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraprabhsagar
PublisherJityasha Foundation
Publication Year2012
Total Pages342
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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