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तक पहुँचेंगे वह आपको मार्ग देगा, मिथ्यात्व से उपरत करेगा, आंशिक ज्ञान की झलक दे देगा। हम कपड़ों के प्रति सहज हों, खाने-पीने के प्रति सहज हों, रहवास के प्रति सहज हों । आसक्ति कम करें और सहजता को जीवन का मंत्र बनाएँ ।
आज के लिए इतना ही काफी है। नमस्कार !
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