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7. घर आए अतिथि का प्रसन्न हृदय से सत्कार कीजिए; लौटते समय
दरवाजे तक पहुंचाकर विदा कीजिए। 8. घर में शांति बनाए रखने के लिए स्वयं शांत रहिए; अशांति का
वातावरण बन जाने पर घर के सदस्यों को प्रेमपूर्वक समझाइए। 9. घर की गोपनीय बातों को उजागर मत कीजिए; दूसरे की गुप्त बातों को
जानने का प्रयत्न मत कीजिए। 10. सबके साथ नम्रता और मधुरतापूर्वक पेश आइए। निंदा, व्यंग्य और
हलकी भाषा का उपयोग करने से परहेज रखिए। 11. मनोयोगपूर्वक अध्ययन कीजिए; पढ़ते समय केवल पढ़ने पर ही ध्यान
दीजिए। 12. कही हुई बात को 'वचन' समझिए; उसे पूरा करने की पूरी कोशिश
कीजिए। 13. सार्वजनिक कार्यक्रमों में सदा भाग लीजिए; किसी के धार्मिक विश्वासों
की खिल्ली मत उड़ाइए। 14. हाथ-मुंह धोकर भोजन कीजिए; भोजन में नुक्ताचीनी मत निकालिए। 15. क्रोध के क्षणों में जवाब मत दीजिए; औरों की भूलों को क्षमा करने की ___ सामर्थ्य रखिए। 16. सब धर्मों का सम्मान कीजिए। किसी धर्म में कोई अच्छी बात लगे, तो
उसे ग्रहण कर लीजिए। 17. प्रतिदिन मधुर संगीत सुनिए, अच्छी कविता पढ़िए, सुंदर चित्र निहारिए
और हो सके, तो सदा मधुर शब्द बोलिए। 18. असहाय और विपदाग्रस्त लोगों की सहायता कीजिए; स्वयं पर कष्ट
आ जाए, तो धैर्य और साहस से उसका सामना कीजिए।
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