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. वह 85 प्रतिशत अंक लाकर भी दुःखी है जब कि उसके
पड़ौसी 60-70 प्रतिशत अंक लाकर भी मिठाई बाँट रहे हैं। सफलता का पाठ सीखिए कि जिंदगी यहीं ख़त्म नहीं होती है। 'मैं और दिल लगाकर पढ़ाई करूँगा' - यह संकल्प लेते हुए अपने अगले सफ़र के लिए अभी से लग जाइए। जीवन की सफलता का एक ही गुरुमंत्र है : 'लगे रहो मुन्ना भाई लगन से।' दिल की लगन और कड़ी मेहनत से कठिन-से-कठिन लक्ष्य को भी आसान बनाया जा सकता है। वह फर्स्ट और आप सैकंड आए तो क्या हुआ, कछुए
और खरगोश की कहानी से प्रेरणा लीजिए और अपनी गति को पुरज़ोर निरन्तरता देते हुए कछुए की तरह बाज़ी
मारिए। - बीज और फल कभी अलग-अलग नहीं होते। आपको
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