________________
का असर नहीं पड़ता। मिट्टी पर कोई पाँव रखे तो उसके पैरों के निशान अंकित हो जाएंगे। पर कोहसारों पर, पहाड़ पर, पत्थर पर पाँव रखो, तो पाँवों के कोई निशान नहीं बनते। हम तो ऐसे हों, कि कोई भी परिस्थिति हमें प्रभावित और आन्दोलित न कर सके। एक बात तय है कि हम अगर रोशनी बने रहेंगे, तो अंधकार कितना ही हम पर लौट-लौटकर आये, आखिर साम्राज्य तो प्रकाश का ही रहेगा, प्रसन्नता और पवित्रता का ही होगा, शान्ति और आनन्द का ही रहेगा।
000
३८ / ध्यान क Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org