SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 80
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ मदद करती हूँ। कहते हैं कि तब नेपोलियन और उसकी सेना ने आल्प्स की पहाड़ियों को पार करने में सफलता पाई थी। बस, आदमी में कुछ करने का जज़्बा चाहिए, लगन चाहिए। यह हर कोई जानता है कि टे हए रिश्ते वापस नहीं जुड़ते, पर अगर हम अपने मन में संकल्प कर लें तो व्यापार में लगातार लगने वाला घाटा भी मुनाफे में बदल सकता है। अगर हम यही फैसला कर लें और फिर से अपने आपको अपने धंधे में लगा लें तो हमारे चौपट व्यापार में भी हमें सफलता की ऊँचाइयाँ फिर से मिल सकती हैं। मज़बूत मन और आत्मविश्वास का सबसे बड़ा फ़ायदा यही है कि वह व्यक्ति के भीतर निर्णय की शक्ति देता है। प्रायः व्यक्ति ढुलमुल यक़ीन में जीता है। व्यक्ति सोचता है कि 'करूँ कि न करूं'। दोस्तों से पूछता है। दोस्त कहते हैं – 'भाई देख लो।' मम्मी-पापा से पूछता है तो वे कहते हैं, 'पहले ही तुमने इतना घाटा लगा दिया, अब क्या हमें सड़क पर ही लाना है?' औरों से सलाह लेने जाओगे तो दुनिया में उत्साह बढ़ाने वाले कम मिलेंगे, उत्साह तोड़ने वाले लोग ज़्यादा मिलेंगे। अरे, घाटा लगाकर अगर हम ऐसे ही निठल्ले बैठ गए तो घाटे में और घाटा लगेगा, पर अगर प्रयत्न करते रहे तो हो सकता है कि सत्रह बार घाटा खाया हो, मगर अठारहवीं बार ऐसा मुनाफ़ा पाओगे कि सत्रह घाटों को पूरा पार कर सकोगे। कोई नौकरी पाने की चाहत रखने वाला एक युवक इंटरव्यू के लिए पहुँचा। इंटरव्यू लेने वाले ने उससे न तो यह पूछा कि तेरा नाम क्या है, कहाँ तक पढ़ा है और कहाँ से आया है। उसने तो पूछा, 'बताओ, तुम्हारी कमीज़ का ऊपर का बटन टूट जाए तो तुम क्या करोगे?' उसने कहा कि नीचे का बटन निकाल कर ऊपर लगा लूँगा और शर्ट को 'इन' कर लूँगा। उसने फिर से पूछा – 'तुम्हारा एक और बटन टूट जाए तो क्या करोगे?' उसने कहा - सर, संभावना रहती है कि नीचे के दो बटन तक का कपड़ा पेंट के अंदर जाता है इसलिए दूसरा बटन भी उतार कर ऊपर लगा लूँगा।' उसने पूछा - 'तीसरा बटन और टूट जाए तो क्या करोगे?' उसने कहा - सर, 'हाथोहाथ उस शर्ट को उतारूँगा, दूसरा शर्ट पहनूँगा और समय पर ऑफिस पहुँच जाऊँगा।' बॉस ने कहा – 'कल सुबह से ऑफिस 'ज्वाइन' कर लेना।' जिस व्यक्ति के भीतर तात्कालिक निर्णय करने की प्रतिभा और क्षमता होती है वह आत्मविश्वास से भरा हुआ होता है और वही व्यापार या विद्यार्जन में सफल हो सकता है। निर्णय करने की शक्ति ही हमें लक्ष्य निर्धारित करने की क्षमता तथा आत्मविश्वास देती है। जिन लोगों के जीने का कोई लक्ष्य नहीं है और न उनके भीतर आत्मविश्वास ही है, मेरा उनसे अनुरोध है कि जीवन के प्रति सकारात्मक नज़रिया लाइए और जीने का मक़सद तय कीजिए। हर व्यक्ति अपने लक्ष्य में ही LIFE Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003860
Book TitleLife ho to Aisi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraprabhsagar
PublisherJityasha Foundation
Publication Year2012
Total Pages146
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy