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________________ बड़ा विधर्म है । सकारात्मक सोच से बढ़कर कोई पुण्य नहीं है और नकारात्मक सोच से बढ़कर कोई पाप नहीं है । जिस व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक सोच का मंत्र लगातार गुंजित रहता है, उसके साथ हमेशा स्वर्ग का सुख बना रहता है । सकारात्मक सोच और बेहतर नज़रिया जिसने भी अपना लिया, वह हर हाल में सत्य और शांति का अनुयायी बना रहता है । सकारात्मक सोच और बेहतर नज़रिया एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। सकारात्मक सोच विपरीत वातावरण में भी अपने अन्तर्मन की शांति और सौम्यता बनाए रखने के लिए कारगर है। बेहतर नज़रिया संसार के अच्छे और बुरे दोनों ही हालात में अच्छाई को तलाशने के लिए कारगर होता है। आत्मविश्वास जीवन की दहलीज़ पर अपनी इच्छा-शक्ति और संकल्प-शक्ति को प्रगाढ़ करने के लिए अचूक साधन है । कार्य-योजना किसी भी सफलता की नींव है और कठिन परिश्रम के बल पर तक़दीर और तदबीर दोनों को एक ही मंच पर खड़ा किया जा सकता है। जिस मकान की नींव जितनी मज़बूत होगी, उस नींव पर उतनी ही मज़बूत और खूबसूरत इमारत को खड़ा किया जा सकता है। दुनिया का एक मशहूर टॉवर है कैलगेरी टॉवर जो कि १९० फुट ऊंचा है। इसका कुल वज़न ग्यारह हजार टन है और आश्चर्य यह है कि इस भवन का साठ प्रतिशत भाग ज़मीन में है और चालीस प्रतिशत भाग बाहर है । वृक्ष जितना आकाश की ओर बढ़ता है, उससे कहीं अधिक उसकी जड़ें ज़मीन के भीतर जाकर वृक्ष को मज़बूत आधार प्रदान करती हैं। जिसने अपने जीवन में सकारात्मक सोच और बेहतर नज़रिया अपना कर जीवन को मज़बूती प्रदान की है, वह हर हालत में स्वयं को सफल और सार्थक बनाने में सफल हो जाता है। यही कारण है कि मैं सदा प्रत्येक व्यक्ति के लिए सकारात्मक सोच और बेहतर नज़रिये को जीवन में पहला स्थान प्रदान करता हूँ। इन्हीं से जीवन में शांति, सफलता और मिठास का आनंद उपलब्ध होता है । -- सकारात्मक सोच यदि नीला आकाश है तो बेहतर नज़रिया उस आकाश उगने वाला सूरज है। जिसने सकारात्मक सोच को अपनाया और बेहतर वाह ! ज़िन्दगी ४६ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003856
Book TitleWah Zindagi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraprabhsagar
PublisherJityasha Foundation
Publication Year2005
Total Pages114
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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