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वर्तमान में चाँदनपुर में जीवन्त विराजमान त्रैलोक्येश्वर श्री महावीर प्रभु के चरणों में : विश्वधर्म के अधुनातन मंत्र-द्रष्टा पूज्य मुनीश्वर श्री विद्यानन्द स्वामी के
सारस्वत कर-कमलों में
मेरी दिवंगता वा कस्तूरी-वा की पुण्य-स्मृति में,
जिसने मुझे इस योग्य बनाया
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