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अनुक्रम अपनी बात : सिद्ध पुरुष को श्रद्धांजलि : डॉ० नरेन्द्र भानावत
प्रथम खण्ड व्यक्तित्व-वन्दन
१ से ८० १. जीवन-ज्योति
: संकलित २. महान् उपकारी प्राचार्य देव ! : आचार्य श्री हीराचन्द्रजी म. सा. ३ ३. कलाचारी, शिल्पाचारी और धर्माचारी
:: उपाध्याय श्री मानचन्द्र जी म. सा. ६ ४. अप्रमत्त साधक की आदर्श दिनचर्या
: श्री गौतम मुनि ५. मेरे मन के भगवन् ! : श्री मोफतराज मुणोत ६. आध्यात्मिकता के गौरव-शिखर : डॉ० सम्पतसिंह भांडावत ७. पूर्ण पुरुषार्थी
: श्री टीकमचन्द हीरावत ८. गुणसागर परम पावन गुरुदेव ! : श्री ज्ञानेन्द्र बाफना ९. मेरे जीवन-निर्माता पूज्य गुरुवर्य : श्री जगदीशमल कुंभट १०. गुरु हस्ती चालीसा
: श्री गौतम मुनि ११. गजेन्द्र सप्तक
: श्री रिखबराज कर्णावट १२. दिव्य पुंज वह 'जिनवाणी' का : सीता पारीक १३. जब एक तारा जगमगाता : खटका राजस्थानी १४. पूजित हुए तप-कर्म
: श्री प्रेमचन्द रांका 'चकमक' १५. आज वे नहीं होकर भी हैं और रहेंगे : प्रो० कल्याणमल लोढ़ा
२५ १६. युगाचार्य तपस्वी संत : मधु श्री काबरा १७. आत्मा-महात्मा-परमात्मा : श्री कस्तूरचन्द बाफणा १८. शक्तिपुंज आचार्य श्री .: श्रीमती मंजुला आर० खिंवसरा ४१ १६. दीर्घप्रज्ञ आचार्य श्री
: श्री श्रीचन्द सूराना 'सरस' ४४ २०. समापन नहीं, उद्घाटन : श्री चंचल गिड़िया २१. हे आत्मन् ! तुमसे बढ़कर कोई नहीं
: डॉ. मंजुला बम्ब २२. नाम रटो दिन-रात : प्रभा गिड़िया
५६ २३. ऐसे थे हमारे पूज्य गुरुदेव : श्री श्रीलाल कावड़िया २४. अपराजेय व्यक्तित्व के धनी : श्री अमरचन्द लोढ़ा २५. प्राचार्य श्री की स्थायी स्मृति : श्री माणकमल भंडारी २६. संयम-साधना के कीर्ति स्तंभ : श्री लक्ष्मीचंद जैन
६८ २७. अध्यात्म साधना के सुमेरु : प्रो० छोगमल जैन
७० २८. युवा पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक : श्री सुनीलकुमार जैन
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