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भक्तमाल
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४६७
२३३
[ २६ ] मूल ५० टीका १०
पृष्ठ खरहंत का वर्णन
(परिशिष्ट पद्यांक १२५१-२) लालमती की कथा
४६२ कृष्ण पंडित का वर्णन
४६३
२३१ उत्तर के द्वादस भक्तों का वर्णन
४६४
२३१ राघवानन्द का समुदाई वर्णन
४६५
२३२ विश्वासी भक्तों के नाम
४६६
२३२ अखै भक्त की कथा
२३२ परमानन्द साह का वर्णन
४६८
२३२ बलिदाऊ की कथा
४६६
२३३ कान्हाजी का वर्णन
५००
२३३ दादूजी पौत्र-शिष्य-नामावली
५०१ फकीरदासजी का वर्णन (मसकीनदास के शिष्य) ५०२
२३३ केवलदास (गरीबदास के शिष्य)
५०३-५०४
२३४ रज्जबजी के शिष्य
५०५ गोबिन्ददास, खेमदास, हरिदास, छीतर, जगन, दामोदर, केसो, कल्याण, (दो) बनवारी । खेमदास (रज्जब शिष्य)
५०६
२३५ प्रहलाददास वर्णन
५०७-५०८
२३५ चैन चतुर का वर्णन
५०६-५१०
२३५ नारायनदास का वर्णन
५११ चतुरदास का वर्णन (मोहनदास के) मोहनदास के शिष्य
गोविन्दनिवास, हरिप्रताप, तुलसीदास दामोदरदास का वर्णन (जगजीवन के शिष्य) ५१४ नारायनदास का वर्णन (घडसी के शिष्य) ५१५
२३७ गोविन्ददासजी का वर्णन
५१६
२३७ परमानन्द का वर्णन (बनवारीदास के शिष्य) ५१७-५१८
२३८ विहाणी प्रागदास शिष्य वर्णन
५१६
२३८ बलराम का वर्णन
५२०
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