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________________ और योग्य व्यक्ति रहे हैं । यह परिवार अब भी मदैम गांव में सुशोभित है। जमींदारी का काम इस समय आप के सगे भाई श्री चन्द्रभान जी व उनके सुपुत्र श्री लखमीचन्द जी के हाथों में है। आपके कनिष्ठ भ्राता श्री भगवती प्रसाद जी भी पदवाटी के पद पर काफी समय रह कर अब गाँव में ही ज़मींदारो के काम में हाथ बंटा रहे हैं । इस परिवार में शिक्षा का बड़ा प्रचार है । ____ ग्रामीण पाठशाला में प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद आप अध्ययन के लिए अजमेर (राजस्थान) चले गये। वहाँ राजपूताना बोर्ड की मिडिल परीक्षा में सर्व प्रथम रहे। कालेज की यूनीवसिटी परीक्षाओं में भी आप ऊँचे स्थानों पर उत्तीर्ण होते रहे और छात्रवृत्ति प्राप्त करते रहे। कालेज जीवन के बाद प्रतियोगिता में सफल होने पर आप गवर्नमेन्ट सविस में प्रविष्ट हुए । अपनी योग्यता व कार्य कुशलता के एकमात्र सहारे से आप पंजाब सरकार में Estblishment and accounts officer प्लानिंग आफीसर तथा असिस्टैण्ड सैक्रेटरी के पद पर समय २ पर रहे और अन्त में आपको सैक्रेटरी पंजाब सरकार पद Resourses, and Retrenchment Committee frutora रिट्रेण्चमैंट कमेटी के पद पर नियुक्त करके प्रान्तीय सरकार ने आपको मान दिया और एक बड़ी जिम्मेदारी का काम सौंपा, जिसे आप अपनी योग्यता से भली प्रकार सुचारु रूप से चला रहे हैं । आपके एक भतीजे श्री अमीरचन्दजी बो० ए० के सुपुत्र श्री चन्द्रभान जी आजकल पंजाब सरकार में डि० सुप्रि० के पद पर नियुक्त हैं। Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003825
Book TitlePallival Jain Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDaulatsinh Lodha
PublisherNandlal Jain Pallival Bharatpur
Publication Year1963
Total Pages216
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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