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विषहर विषधर, सांप
संकलिया=संकलित हुए विहरमान=विचरते हुए
सगवट-रूपक विचरता=विचरते हुवे
संघातइ-साथ में विकरवीक्रिय लब्धि से उत्पन्न संघाते साथ में
कर के सर्दहै श्रद्धा करता है विरूओ-विरूप, विद्रूप
संपै-संपजै, सम्प्राप्त हो विरचइ विरक्त होना
सभावइ-स्वभाव से विरहण-विरहिनी
समबड-समान, समकक्ष विलूधो-विलुब्ध
समुद्दे शा=अध्याय का एक भाग विहडै विघटित होना
समवाय समूह विह-त्रकार .
समय=सिद्धान्त वेडं-छिद्र
समास-प्रकरण वेगलऊ-दुर
समकित=सम्यक्त्व वेढ-युद्ध
समाणी=समान, समाविष्ट होना वेलू-बालूका
समियउ-शान्त हुआ वेधालेवेधक
समूर्छिम स्वतः उत्पन्न जन्तु वेगलादूर
स्युं क्या वोली-बीती
सरजित-कर्म, भाग्य
सरिस्यइ-सरेगा, सिद्ध होगा सइमुखसम्मुख
सरिखा-समान सइण-सज्जन
सलहै सराहना सइन-स्वयं, साथ, सज्जन संलेहण=संलेखना सइहथ अपने हाथ से
सलहेस-सराहना सकज-काम का
सलूणा=सलोने, सुन्दर संगहणो संक्षिप्तसार
सवार-सवेरा सगला-सभी
संसत्तउ-शिथिलाचारी संकलि-जंजीर
| संसरण-संसार, सांसारिक
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