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निरूवणा-निरूपण नटी (जावै ) इनकार करें निरान्ति=निश्चिन्त नडैन्नमै
निलवट-ललाट नथी नहीं
निलौ=निलय, घर नमिया नमन किया
निहाली-निहारकर, देखकर नय-जानने का प्रकार, तत्व जानने निहेजा-निस्नेही का साधन
निक्षेप-वस्तु सिद्ध करने के प्रकार नवि-नहीं
नीगमियइ-निर्गमन करना नानड़ी-बच्ची
नीठ-कठिनता से नांखइ=गिराता है
नीम नियम नांखंतांडालते हुए
नीसरइ=निकले नाठउन्नष्ट हुआ
नीसरणी-सीड़ी, निसैनी नाठौ-भग गया
नीसाण-उंठ पर बजनेवाली नोबत, नाणइ नहीं लाता है
नगाड़े नाणु-द्रव्य
नेट अन्तमें नालइनहीं देता है
नेम=नियम, त्याग नासंतां-भगते हुए
नेहलउ-स्नेह, प्रेम निकाचित=वे कर्म जो भोगे बिना
| नैडो निकट न छूटे
प निचंत=निश्चित
पखालतां प्रक्षालित करते निचोल-निचोड़
पखी-पक्ष, तरफ की निजुत्ति नियुक्ति
पगलाचरण पादुका निटुल=निष्ठुर
पचखाण-प्रत्याख्यान, त्याग निटोल=निश्चित, व्यर्थ पंजर-पिंजड़ा निबद्ध दृढ़ बंध (कर्म) जो भोगे पटली तख्ती
बिना न छूटे पटोलें-पटकूल निरख-दृष्टि
पड़वजप्रतिबंध
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