SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 27
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ १७० होली पद ४ प्रिय संग खेलू मैं होली १६५ १७१ प्रेरणा १ देह दुर्लभ नर की नर तुझको मिली १६६ १७२ जिनवाणी स्तुति अनन्त २ भाव भेद से भरी जो भली १६६ १७३ मंगल दीपक रहस्य ३ जगमग जगमग जगमग हीया १६७. १७४ नूतन दम्पति ने मंगल आशीस ५ भोग शरीर संसार १६७ १७५ प्रेरणा ५ हारे शुद्ध प्रेमी सत्संगी सहु आवजोराज १६८ १७६ सांवत्सरिक खामणा खमा सर्व जीवो ने १६८ १७७ महासती महिमा जगमाता मैने देखी अद्भुतमूरति १६६ १७८ धर्म माता धनबाई धन धन धर्म माता धनबाई १७० १७६ अलख बाबा देख्यो री मैने अलख बाबोजी ऐसो १७० १८० अनुपम बाग आये हम अनुपम बाग कुटीर १७१ १८१ प्रेरणा ४ अयेंकित सुत्तो टंगु पसारी १७१ १८२ खामणा थया अमें खमी खमावी निशंक १७ १८३ नव दम्पति को आशीर्वाद भोग शरीर संसार यह १७२ १८४-१६१ श्रीजिनरत्न सूरि गुरु स्तुति-गहूंली (८) १७३-१७६ १९२ दादाजी ने प्रार्थना दादाजी जिनचंद्रसूरि १८० १६३ समजसार १२२-५० पूर्ण ब्रह्म शुद्धातमा १८०-१६६ १६४ ज्ञान-मीमांसा १७ परम गुरु पदकज नमू १६६-२०५ १६५ परमात्म-प्रकाश सिद्ध बुद्ध परिमुक्त जे २०६-१२ १६६ समाधिमाला आत्मा आत्म पणे अने २१२-२२ १६७ नियमसार रहस्य ॐ सहजात्म स्वरूप प्रभु २२२-४४ ४० Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003818
Book TitleSahajanand Sudha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandana Karani, Bhanvarlal Nahta
PublisherShrimad Rajchandra Ashram
Publication Year
Total Pages276
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy