________________
२०४
खरतरगच्छ दीक्षा नन्दी सूची
२. प्रमोद श्री, महेन्द्रश्री कमलश्री, विमलप्रभाश्री, मंगलश्री, महेन्द्रप्रभाश्री, लक्ष्यपूर्णाश्री, विनोदश्रो, जसवन्तश्री, मदनश्री, पुष्पाश्री, मेघश्री आदि १५-२० साध्वियां आज भो विद्यमान हैं। साधनाभाव से इनकी परिचय सूचो नहों दो जा रहो है। ये साध्वियां वर्तमान समय में श्री मोहनलालजी म० की परम्परा के श्री जयानन्दमुनि जी की निश्रा में विचरण कर रही हैं।
Jain Educationa International
For Personal and Private Use Only
www.jainelibrary.org