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( १०८ ) समयसुन्दरकृतिकुसुमाञ्जलि भी शान्तिनाथ हुलरामणा गीतम ढाल-१ गुण वेलड़ी नी
२ गुजराती सहेलड़ी नी शांति कुंयर सोहामणउ म्हारउ बालुयड़उ,
त्रिभुवन केरो राय म्हारउ नान्हड़ियउ । पालणडइ पउढ्यउ रमइ म्हारउ बालुयड़उ,
__ हीडोलइ अचिरा माय म्हारउ नान्हडियउ ॥१॥ सोभागी सहु ने वालहउ म्हारउ बालुयड़उ,
सुरनर नामइ सीस म्हारउ नान्हडियउ । हुलरावइ हरखे घणइ म्हारउ बालुयड़उ,
जीवउ कोड़ि वरीस म्हारउ नान्हडियउ ॥२॥ पग घूघरड़ी घमघमइ म्हारउ बालुयडउ,
ठम ठम मेल्हइ पाय म्हारउ नान्हडियउ । हेजइ मां हियडइ भीड़इ म्हारउ बालुयडउ,
आणंद अंगि न माय म्हारउ नान्हडियउ ॥३॥ बलिहारी पुत्र ताहरी म्हारउ बालुयड़उ,
तूं मुझ प्राण आधार म्हारउ नान्हड़ियउ । शांति कुंयर हुलरामणु म्हारउ बालुयड़उ,
समयसुन्दर सुखकार म्हारउ नान्हड़ियउ ॥४॥
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