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समयसुन्दरकृतिकुसुमाञ्जलि
आवो मेरे बेटा दूध पिलावां, वही बेड़ा गोदी में सुख पावां। मम असाड़ा बोल ऋषभ जी, आउ असाड़ा कोल । ७। तुजगजीवन प्राण आधारा, तूं मेरा पुत्ता बहुत पियारा। तैथु वंजा घोल ऋषभ जी, आउ असाड़ा कोल । ८ । ऋषभदेव कुमाय बुलावै, खुसिया करेदाप्रापे श्रापे पावै । आणंद अम्मा अंग ऋषभ जी, आउ असाड़ा कोल।।। सच्चा बेसाहिब तू ध्रम धोरी, शिवपुर सुख दे मैकुंभोरी। समयसुन्दर मन रंग ऋषभ जी, आउ असाड़ा कोल ।१०
भी सुमतिनाथ बृहत्स्तवनम् प्रह ऊठी नइ प्रणमु पाय, सेवंता सुख संपति थाय । अरिहंत मुझवीनति अवधार, जय जय सुमतिनाथ सुखकार ।। पुण्य संजोगइ तुपामियउ, चरण कमल मस्तक नामियउ। सफल थयउ मानव अवतार, जय जय सुमतिनाथ सुखकार ।२। प्रभु पूजा ना लाभ अनंत, हित सुख मोक्ष कह्या भगवंत । ज्ञाता भगवती अंग मझार, जय जय सुमतिनाथ सुखकार ।३। प्रथम करू प्रभु अंग पखाल, पाप करम जाया तत्काल । उत्तम अंग लूहण अधिकार, जय जय सुमतिनाथ सुखकार।४। कनक कचोली केशर भरू, नव अंगि प्रभु नी पूजा करूं। कुंडल मुकुट मनोहर हार, जय जय सुमतिनाथ सुखकार ।।
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