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समयसुन्दरकृतिकुसुमाञ्जलि
( ६ )
पहिला आदीसर पूजिया आदीसर,
विमल वसही सुजगीस रे आदीसर देव। देव जुहारया देहरी आदीसर,
अस चरथा विमल मंत्रीशरे आदीसर देव ॥२॥ श्री नेमीसर निरखिया आदीसर,
सोम मूरति सुकुमाल रे आदीसर देव । अान्द कुण मंडती' कोरणी आदीसर,
धन वस्तपाल तेजपाल रे आदीसर देव ॥३॥ भीम लूणग वसही भली आदीसर,
खरतर वसही जिणंद रे आदीसर देव । सगला बिंब जुहारिया आदीसर,
दूरि गयउ दुख दंद रे आदीसर देव ॥४॥ अचलगढइ पछई आवियां आदीसर,
चौमुख प्रतिमा चार रे आदीसर देव । श्री शांतिनाथ कुंथुनाथ नी अादीसर,
प्रतिमा पूजी अपार रे आदीसर देव ॥शा आबू नी यात्रा करी आदीसर,
श्राव्या सिरोही उलास रे आदीसर देव । देव अनइ गुरु वांदया तिहां आदीसर,
सहु नी पूगी आस रे आदीसर देव ॥६॥ १ कुंण मंडप नी।
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