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सादर समर्पित
स्व. माता श्रीमती भागवती देवी जैन
___एवम् स्व. ससुर श्रीमान् गुलाबचन्द जैन
को जिनसे कथाएं सुनने, पढ़ने, लिखने की प्रारम्भिक प्रेरणा मिली थी।
- प्रेम सुमन जैन
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