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शोध एवं शिक्षण कार्य की दिशा में इस संस्थान के योगदान के प्रति आशा बँधती है। संस्थान के मानद निदेशक डॉ० सागरमलजी जैन, महामन्त्री श्रीमान् सरदारमलजी कांकरिया एवं मन्त्री श्रीमान् फतहलाल जी हिंगर ने जो इस पुस्तक के प्रकाशन में प्रेरणा और सहयोग दिया है, उसके लिए हम उनके भी आभारी हैं। उदयपुर
डॉ० प्रेम सुमन जैन २ मार्च, १९९१
डॉ० सुभाष कोठारी
सम्पादक
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