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[6] मिश्रित प्रयोग (सर्वनाम पाठ)
अहं छत्तो अत्थि अहं अत्थ पढामि तुमं बाला अत्थि तुमं तत्थ खेलसि तुमं अत्थ सेवसि सो पायरियो अत्थि सो तत्थ लिहइ सो सया पढइ सा मात्रा अत्थि सा पइदिणं सेवइ सो अप्पं बोल्लइ इमो सीसो पढइ इमो पुरिसो नमइ इमो छत्तो खेलइ को जणो गच्छइ को नरो पुच्छइ को बालगो नमइ इमा बाला नमइ इमा छत्ता पढइ इमा कन्ना खेलइ अम्हे तत्थ पढामो तुम्हे अत्थ खेलित्था ते सया हसन्ति ताप्रो खिप्पं चलन्ति इमानो अप्पं बोल्लन्ति कानो ण पढन्ति
मैं छात्र हूँ। मैं यहाँ पढ़ता हूँ। तुम बालिका हो। तुम वहाँ खेलती हो। तुम यहाँ सेवा करते हो। वह आचार्य है। वह वहाँ लिखता है। वह सदा पढ़ता है। वह माता है। वह प्रतिदिन सेवा करती है। वह थोड़ा बोलती है। यह शिष्य पढ़ता है। यह आदमी नमन करता है। यह छात्र खेलता है। कौन व्यक्ति जाता है ? कौन आदमी पूछता है ? कौन बालक नमन करता है ? यह बालिका नमन करती है। यह छात्रा पढ़ती है। यह कन्या खेलती है। हम वहाँ पढ़ते हैं। तुम सब यहाँ खेलते हो। वे सदा हँसते हैं। वे सब (स्त्रियां) शीघ्र चलती हैं। ये सब (स्त्रियां) थोड़ा बोलती हैं । कौन (स्त्रियां) नहीं पढ़ती हैं ?
प्राकृत काव्य-मंजरी
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