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नहीं
विषय निर्देश विषय
| पृष्ठ विषय ३०१ ...अक्षणिकवाद में अध्यक्षप्रवृत्ति में अन्योन्याश्रय | ३११...पुरुष में व्यञ्जनपर्याय-अर्थपर्याय की स्पष्टता
३११...शब्दस्वरूप मीमांसा-सम्बन्धसमीक्षा-स्फोटचर्चा ३०२ ...विविध-अद्वैततत्त्ववादिमतानां निरसनम् ३१३ ...चरमवर्ण से अर्थबोध की अनुपपत्ति ३०२ ...विविध अद्वैतवादियों अद्वैततत्त्व का निरसन | ३१३ ...संस्कार या तज्जन्य स्मृति का सहकारित्व ३०३ ...द्रव्याद्वैत-प्रधानाद्वैत-शब्दाद्वैत-ब्रह्माद्वैत सब | अघटित अविश्वस्य
३१४ ...अन्यथा अनुपपत्ति से स्फोटतत्त्व की सिद्धि ३०४ ...कारण-कार्य-परिणाम-सत्-असत् आदि चर्चा | ३१४ ...स्फोट-प्रत्यक्ष को भ्रान्त मानने पर मुसीबतें का निगमन
३१५ ...स्फोटवादनिरसनं वैशेषिके स्वप्रक्रियावर्णनं ३०५ ...सिद्धान्तवित्कृतं नयसत्याऽसत्यताविभाग- च विमर्शनम्
३१५ ...स्फोटवादनिषेध अन्त्यवर्ण से अर्थबोध-वैशेषिक ३०५ ...गाथा-२८ का विवरण
३१६ ...अथवा पूर्ववर्णज्ञानध्वंससहकृत अन्त्यवर्ण से ३०५ ...सिद्धान्तज्ञाता की नयसत्याऽसत्यता के प्रति | बोध विवेकदृष्टि
३१६ ...अविनष्टसंस्कारजन्य अन्त्यसंस्कार + अन्त्यवर्ण ३०६...गाथा-२९ का विवरण
से अर्थबोध ३०६ ...अन्यनयविषयसापेक्षभाव से स्वनयविषय का | ३१७ ...स्फोटवाद में संस्कार की बात अशोभनीय ग्रहण
| ३१७ ...स्फोटवाद में संस्कार प्रति विकल्प-असह्यता ३०६ ...द्रव्यार्थिक/पर्यायार्थिक नय से एक वस्तु का | ३१८...स्फोट संस्कार पर एकदेश-सर्वात्मता विकल्प
स्वरूप ३०७...गाथा-३० का विवरण
| ३१९ ...स्फोट में आवृत-अनावृतत्व से सावयवत्व ३०७ ...नय भेद से अर्थनियत-व्यञ्जननियत विभाग ३०८...भेद-अर्थपर्याय-अभिन्न आदि पद-परामर्श | ३१९...स्फोट और एक देशों का भेदाभेदविकल्प ३०८ ...व्यञ्जनपर्यायशब्द-समन्निरूढ-एवंभूत नय |
| ३२० ...वायु के द्वारा स्फोट की अभिव्यक्ति का मान्यता
निरसन ३०९...गाथा-३१ का विवरण
३२१ ...स्फोट के प्रत्यक्ष की वार्ता असार ३०९ ...अतीतादिपर्यायों से एकद्रव्य की अनन्तता
| ३२२ ...मीमांसकमतेन शब्दस्वरूपं तन्निरसनं च ३१० ...एकान्त असत् का उत्पाद नहीं, एकान्त सत् |
३२२ ...आनुपूर्वीस्वरूप शब्द प्रदर्शक मीमांसक का
निषेध का नाश नहीं ३१० ...३२ वे श्लोक की भिन्न भिन्न अवतरणिका
| ३२३ ...नित्य एवं व्यापक वर्गों में आनुपूर्वी सम्भव ३१०...गाथा-३२ का विवरण
नहीं ३११ ...वाच्य-वाचकसम्बन्धमीमांसायां
३२४ ...वाच्य-वाचकसम्बन्धे नित्यत्वनिराकरणम् वैयाकरणाभिप्रायः
३२४...मीमांसकमान्य नित्य शब्दार्थसम्बन्ध की
समालोचना
प्रहार
दोष
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