SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 27
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अन्नायउंछं सुद्धोवहडं, निज्जूहित्ता बहवे समण-माहण-अतिहि-किवण- वणीमगा कप्पड़ से एगस्स भुंजमाणस्स पडिगाहेत्तए, नो दोण्हं नो चउण्हं नो गुव्विणीए नो बालवच्छए नो दारगं पेज्जमाणीए, नो अंतो एलुयस्स दो वि पाए साहड्ड दलमाणीए नो बाहिं एलुयस्स दो वि पाए साहट्टु दलमाणीए एगं पायं अंतो किच्चा एगं पायं बाहिं किच्चा एलुयं विक्खंभइत्ता एवं दलयइ एवं से कप्पड़ पडिगाहेत्त एवं दलयइ एवं से नो कप्पड़ पडिगाहेत्तए । बिइज्जाए से कप्पड़ दोण्णि दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए दोणि पाणस्स, तइयाए से कप्पइ तिन्नि दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए तिन्नि पाणस्स, चउत्थीए से कप्पड़ चउ दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए चउ पाणस्स, पंचमीए से कप्पड़ पंच दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तर पंच पाणस्स, छट्ठीए से कप्पइ छ दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए छ पाणस्स, एवं जाव चोद्दसमीए से कप्पइ चोद्दस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए चोद्दस पाणस्स, पन्नरसमीए से कप्पड़ पन्नरस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए पन्नरस पाणस्स । बहुलपक्खस्स पाडिवए कप्पंति चोद्दस दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए चोद्दस पाणस्स, बितियाए कप्पइ तेरस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए तेरस पाणस्स, ततियाए कप्पइ बारस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए बारस पाणस्स, एवं जाव तेरसीए कप्पड़ दोण्णि दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्त दोणि पाणस्स, चउद्दसीए कप्पइ एगा दत्ती भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए एगा पाणस्स, अमावासाए से य अभत्तट्ठे भवइ । एवं खलु एसा जवमज्झचंदपडिमा अहासुत्तं अहाकप्पं अहामग्गं अहातच्चं सम्मं क फासिया पालिया सोहिया तीरिया किट्टिया आणाए अनुपालिया भवइ । उद्देसो-१० [२५०] वइमज्झण्णं चंदपडिमं पडिवन्नस्स अणगारस्स मासं निच्चं वोसट्टकाए चत्तदेहे जे केइ उवसग्गा उप्पज्जंति तं जहा दिव्वा वा माणुसा वा तिरिक्खजोणिया वा अनुलोमा वा पडिलोमा वातत्थ अनुलोमा ताव वंदेज्जा वा नमंसेज्जा वा सक्कारेज्जा वा सम्माणेज्जा वा कल्लाणं मंगलं देवयं चेइयं पज्जुवासेज्जा तत्थ पडिलोमा अन्नयरेणं दंडेण वा अट्ठीण वा जोत्तेण वा वेत्तेण वा कसे वा आउडेज्जा-ते सव्वे उप्पन्ने सम्मं सहेज्जा खमेज्जा तितिक्खेज्जा अहियासेज्जा वइरमज्झण्णं चंदपडिमं पडिवन्नस्स अणगारस्स बहुलपक्खस्स पाडिवए कप्पड़ पन्नरस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए पन्नरस पाणस्स, बितियाए से कप्पड़ चउद्दस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए चउद्दस पाणस्स, तइयाए कप्पड़ तेरस दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए तेरस पाणस्स एवं एगुत्तरियाए हानीए जाव पन्नरसीए एगा दत्ती भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए एगा पाणस्स, सुक्कपक्खस्स पाडिवर से कप्पड़ दो दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए दो पाणस्स बितियाए तिण्णि दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तर तिन्नि पाणस्स एवं एगुत्तरियाए वड्ढीए जाव चोद्दसीए पन्नरस दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए पन्नरस पाणस्स, पुण्णिमाए अभट्ठे भवइ । एवं खलु एसा वइरमज्झ चंदपडिमा अहासुत्तं अहाकप्पं अहामग्गं अहातच्चं सम्मं काण फासिया पालिया सोहिया तीरिया किट्टिया आणाए अनुपालिया भवइ । [दीपरत्नसागर संशोधितः] Jain Education International [26] For Private & Personal Use Only [३६-ववहारो] www.jainelibrary.org
SR No.003771
Book TitleAgam 36 Vavaharo Taiyam Cheyasuttam Mulam PDF File
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherDeepratnasagar
Publication Year2012
Total Pages30
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Agam 36, & agam_vyavahara
File Size2 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy