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[ ६४ ] आसी य खलु आउसो ! पुव्विं मनुया ववगयरोगाssयंका बहुवाससयसहस्स जीविणो, तंजहा-जुयलधम्मिआ अरिहंता वा चक्कवट्टी वा बलदेवा वा वासुदेवा चारणा विज्जाहरा, ते णं मनुया अनतिवरसोम चारूरूवा भोगुत्तमा भोगलक्खणधरा सुजायसव्वंगसुंदरंगा रत्तुप्पल पठमकरचरण कोमलं-गुलितला नग-नगर-मगर-सागर-चक्कंकधरंक लक्खणंकियतला सुपइट्ठिय कुम्मचारू चलणा आनुपुव्विं सुजाय- पीवरंगुलिआ उन्नयतनुतंबनिद्धनहा संठिअ सुसिलिट्ठगुढगुप्फा एणी कुरुविंदावत्त वट्टाणु-पुव्विज्जंघा समुग्गनिम्मग्गगूढजानू गयससण सुजाय संनिभोरू वरवारणमत्त तुल्लविक्कम विलासियगई सुजायवरतुरयगुज्झदेसा आइन्नहय व्व निरुवलेवा पमुइअ वर तुरंग सीहअइरेग वट्टियकडी साहयसोणंदमुसलदप्पण निगरियवर-कनगच्छरुसरिस वरवइवलियमज्झा,
-गंगावत्तपयाहिणावत्ततरंग-भंगुर - रविकिरण-तरुणबोहिय-उक्कोसायंत-पम-गंभीर वि- यडनाभी उज्जुय-समसहिय-सुजाय - जच्चतणु-कसिण- निद्धयाइज्ज - लडह- सुकुमाल - मउय-रमणिज्ज - रोमराई झस-विहगसुजाय-पीनकुच्छी झसोयरा पम्हवियडनाभा संगयपासा सन्नयपासा सुंदरपासा सुजायपासा मिअमाइय-पीणरइयपासा अकरंडुय-कनय - रुयग-निम्मल सुजाय - निरुवहयदेहधारी पसत्थ-बत्तीसलक्खण धरा कनगसिलायलुज्जल-पसत्थ-समतल उवचिअ - वित्थिन्नपिहुलवच्छा सिरिवच्छंकियवच्छा पुरवरफलिह वट्टियभुया भुयगीसर-विठलभोग-आयाण - फलिह - उच्छूढदीहबाहु जुगसन्निभपीण - रइअ - पीवरपउट्ठा संठिय-उवचिय-घन-थिरसुबद्ध-सुवट्ट-सुसिलिट्ठ पव्वसंधी रत्ततलोवचिय-मउय - मंसल सुजाय - लक्खणपसत्थ-अच्छिद्दजालपाणी पीवरवट्टिय-सुजाय-कोमलवरंगुलिआ तंब तलिण- सुइ - रूइर- निद्धनक्खा
-चंदपाणिलेहा सूर० संख० चक्क० सोत्थिअ० ससि रवि संख-चक्क - सोत्थिय-सुविभत्त-सुविरइयपाणिलेहा वरमहिस-वराह-सीहसद्दूल-उसभ- नागवरविउल-पडिपुन्नउन्नय तमक्खंधा चठरंगुल-सुप्पमाणकंबुवरसरिसगीवा अवट्ठिअ - सुविभत्त-चित्तमंसू मंसल - संठिय-पसत्थ- सद्दूलविठलहनुया ओयविय - सिलप्पवालबिंबफल-सन्निभाधरूट्ठा पंडुर-ससिसगल - विमल निम्मल - संख-गोक्खीर - कुंद- दग रय- मुणालिया - धवल-दंतसेढी अखंडदंता अफुडिय० अविरल० सुनिद्ध० सुजाय० एगदंतसेढीविव अनेगदंता हुयवहा निद्धंत धोय-तत्ततवणिज्जरत्ततलतालु-जीहा सारस-नवथणिय-महुर-गंभीर-कुंचनिग्घोस- दुदुंहिसरा गरूलायय-उज्जु-तुंगनासा अवदारिअपुंडरीयवयणा कोकासिय-धवल-पुंडरीय -पत्तलच्छा आनामिअ चावरूइल- किण्ह - चिहुरराइ- सुसंठिय-संगय-आययसुजाय-भुमया अल्लीण पमाणजुत्त-सवणा सुसवणा पीण-मंसल कवोल - देसभागा अइरुग्गय-समग्ग-सुनिद्ध-चंदद्धसंठिअनिडाला उडुवइ-पडिपुन्न - सोमवयणा छत्तागारुत्तमंगदेसा घन - निचिय - सुबद्ध- लक्खणुन्नय - कूडागारनिभ निरूवमपिंडियग्गसिरा हुयवह- निद्धंत - धोय-तत्ततवणिज्ज-केसंत-केसभूमी सामलीबोंडघन - निचिअ -च्छोडिअ-मिठविसय-सुहुम-लक्खण-पसत्थ-सुगंधि- सुंदर भुयमोयग भिंग- नील- कज्जल-पहट्ठ- भमरगण- निद्धनिउरंब-निचियकुंचिअ-पयाहिणावत मुद्धसिरया लक्खणवंजणगुणोववेया मानुम्मानपमाणपडिपुन्न-सुजाय-स - सव्वंग सुंदरंगा
ससिसोमागारा कंता पियदंसणा सब्भाव सिंगार चारूरूवा पासाईया दरिसणिज्जा अभिरुवा पडिरुवा । ते णं मनुया ओहस्सरा मेह० हंस० कोंच० नंदि० नंदिघोसा सीहस्सरा सीहघोसा मंजुसरा मंजुघोसा सुस्सरा सूसरघोसा अनुलोमवाउवेगा कंकग्गहणी कवोयपरिणामा सउणीफोस- पिट्ठतरोरू परिणया पठमुप्पल सुगंधि सरिस नीसासा सुरभिवयणा छवी निरायंका उत्तम-पसत्थाइसेस - निरुवमतनू जल्लमल-कलंकसेय रय-दोसवज्जियसरीरा निरुवलेवा छाया - उज्जोवियंगमंगा वज्जरिसह नाराय संघयणा समचउरंस - संठाणसंठिया छधनुसहस्साइं उड्ढं उच्चतेणं पं०,
[दीपरत्नसागर-संशोधितः]
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[ २८|तंदुलवेयालियं ]