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सतं-२५, वग्गो- ,सत्तंसत्तं- , उद्देसो-७
एवं छेदोवट्ठावणिए वि। परिहारविसुद्धिए जहा पुलाए। सुहुमसंपराए जहा नियंठे। अहक्खाते0 पुच्छा । गोयमा ! एवं अहक्खायसंजए वि जाव अजहन्नमणुक्कोसेणं अणुत्तर विमाणेसु उववज्जेज्जा, अत्थेगइए सिज्झति जाव अंतं करेति।
सामाइयसंजए णं भंते! देवलोगेसु उववज्जमाणे किं इंदत्ताए उववज्जति0 पुच्छा। गोयमा! अविराहणं पडुच्च एवं जहा कसायकुसीले।
एवं छेदोवट्ठावणिए वि। परिहारविसुद्धिए जहा पुलाए। सेसा जहा नियंठे।
सामाइयसंजयस्स णं भंते! देवलोगेसु उववज्जमाणस्स केवतियं कालं ठिती पन्नता? गोयमा! जहन्नेणं दो पलियोवमाइं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं।
एवं छेदोवट्ठावणिए वि।
परिहारविसुद्धियस्स पुच्छा। गोयमा! जहन्नेणं दो पलिओवमाई, उक्कोसेणं अट्ठारस सागरोवमाइं।
सेसाणं जहा नियंठस्स।
[९४६]सामाइयसंजयस्स णं भंते! केवतिया संजमठाणा पन्नता? गोयमा! असंखेज्जा संजमठाणा पन्नत्ता।
एवं जाव परिहारविसुद्धियस्स। सुहमसंपरायसंजयस्स0 पुच्छा। गोयमा! असंखेज्जा अंतोमुहुत्तिया संजमठाणा पन्नत्ता। अहक्खायसंजयस्स0 पुच्छा। गोयमा! एगे अजहन्नमणुक्कोसए संजमठाणे।
एएसि णं भंते! सामाइय-छेदोवट्ठावणिय-परिहारविसुद्धिय-सुहमसंपराय-अहक्खायसंजयाणं संजमठाणाणं कयरे कयरेहिंतो जाव विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवे अहक्खायसंजयस्स एगे अजहन्नमणुक्कोसए संजमट्ठाणे, सुहुमसंपरागसंजयस्स अंतोमुहुत्तिया संजमठाणा असंखेज्जगुणा, परिहारविसुद्धियसंजयस्स संजमठाणा असंखेज्जगुणा, सामाइयसंजयस्स छेदोवट्ठावणियसंजयस्स य एएसि णं संजमठाणा दोण्ह वि तुल्ला असंखेज्जगुणा।
[९४७]सामाइयसंजतस्स णं भंते! केवतिया चरितपज्जवा पन्नता? गोयमा! अणंता चरित्तपज्जवा पन्नता।
एवं जाव अहक्खायसंजयस्स।
सामाइयसंजए णं भंते! सामाइयसंजयस्स सट्ठाणसन्निगासेणं चरितपज्जवेहिं किं हीणे, तुल्ले, अब्भहिए? गोयमा! सिय हीणे, छट्ठाणवडिए।
सामाइयसंजए णं भंते! छेदोवट्ठावणियसंजयस्स पराट्ठाणसन्निगासेणं चरितपज्जवेहिं0 पुच्छा। गोयमा! सिय हीणे0, छट्ठाणवडिए।
एवं परिहारविसुद्धियस्स वि।
[दीपरत्नसागर संशोधितः]
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[५-भगवई