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( ५ ) jो अथवा अधिक होय, तेने तेना स्वामीनुं मृत्यु करनारो जावो. जे घोमानो आागलनो जमणो पग
गलना काबा पग करतां टुंको होय, तेने नि आदिको जय करनारो जावो. जे घोमो आगला बन्ने पग उजती वखते जरा जमीनथी उंचा राखतो होय, तेने धननो दय करनारो जावो. जे घोमाना आगला बन्ने पगोमांथी एक पग पण उजती वखते जमीनथी उंचो रहे तो होय, तेने शत्रु तरफना जयने करनारो जावो. जे घोडानो उन्नती वखते पाटला बन्ने पगोमांथी कोइ पण पग जमीनथी जरा उंचो रतो होय, तेने उत्तम जातिनो घोको जावो, तथा ते घोडो पोताना स्वामीनी लक्ष्मी वधारे बे.
एवी रीते घोडानां सामान्य लक्षणो कह्यां. हवे विशेष लक्षणो कहे बे.
जे घोडाना बन्ने कानो अखंमित तथा अणीवाला होय बे, तेने अति उत्तम जातिनो तथा कीर्त्ति ने धनने वधारनारो जावो. जे घोमानो जमणो कान काबा कानथी जरा मोटो अथवा नानो होय, अने ते कम नहीं रहेतां नमी जतो होय, तेने तेना स्वामीनो नाश करनारो जाणवो.
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