________________
( ११ ) बलथी दुःखी थाय, अने पहेलां दुःखी होय, तो पालथी सुखी थाय बे.
हवे दांतनां लक्षणोनुं स्वरूप कहे बे.
जेना मुखमां बत्रीशे दांत होय, ते माणस राजा थाय बे, तथा जेना मुखमां एकत्रीश दांत होय, ते मंत्री थाय बे, त्रीश दांत जेना मुखमां होय, ते सुखी थाय बे; तथा तेथी जेम बा बा दांत होय तेम तेम तेने श्रनिष्ट फलो मले बे. जेना दांत बुटा बुटा होय, ते माणस विद्वान् थाय बे, जेना दांत अत्यंत मलेला होय, ते मूर्ख रहे बे, जेना दांत सफेद रंगना दोय, ते लोकोमां घणुं मान मेलवे बे तथा जेना दांत लाल रंगना होय, ते माणस लंपट होय बे, जेना गलना दांत बहार नीकलेला होय, ते मासने जाग्यशाली जाणवो.
वली जेना दांतनी नीचली दार उपरना दांतनी हारथी दूर जती होय, तेने धन रहित जाणवो; जेना दांत पर हमेशां दुर्गंधी मेल जराय, तेने अत्यंत दरिडी जाणवो; जेना दांतनो रंग पीलो होय, तेने कपटी जावो.
Jain Educationa International
For Personal and Private Use Only
www.jainelibrary.org