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(३) पिया जागे तुं सोवे ॥ पिया चतुर दम निपट अग्यानी, न जानु क्या होवे ॥उल॥१॥ आनंदघन पिया दरस पियासे, खोल चूंघट मुख जोवे॥॥॥
॥पद वीशमुं॥ ॥राग गोडी, आशावरी॥ आज सुदागन नारी, अवधू _आज ॥ ए आंकणी॥ मेरे नाथ आप सुध लीनी,
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