________________ (360) अमारे त्यां तमाम जातनां जैनपुस्तको तथा जैनतीर्थोना रंग बेरंगी सुशोनित नकशा मले बे. त्रण श्रानानी टीकीटो मोकली मोटुं बोधमय चार कथावावं सूचीपत्र मंगावो. मलवावें ठेकाएं श्रावक नीमसिंह माणक. जैनपुस्तक वेचनार तथा प्रसिझ करनार. शाकगढी, मांडवी, मुंबइ. Jain Educationa Interati@pesonal and Private Usevenly.jainelibrary.org