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(१५७.) हैडे उपासे शाल ॥वारो॥२॥ बाझरे पमोसण जुने लगारेक, फोकट खाशे गाल ॥
आनंदघन प्रनु रंगे रमतां, गोरे गाल ऊबूके मालावारो०३
॥ पद बाणुंमुं॥राग कानमो॥
दरिसन प्रानजीवनमोदे दीजें, बिन दरिसन मोदि कल न प
तलफ तलफ तन बीजोदरि१
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