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वणवे जिह एउ अजुत्तउ
तिह अवरु वि विडइ परवृत्तउ ।
घत्ता- किर वाणरेहि पिसियर हणिय एउ वि अलिउ पसिद्ध जणे । विज्जाहरसेणहि अइ वल वि काइँ करइ हरिसेणु रणे ॥ २२॥
इय धम्मपरिक्खाए चउवग्गाहिट्ठियाए चित्ताए । बुहहरिसेणकयाए अट्ठमसंधी परिसमत्तो ॥ छ ॥ ८॥ छ
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( 22 ) 1.a दिण्णउ, 2.a समइंदु, b लोइ, 3. b अहमें, 4-a केवल, 5.b ०परिणई, a महावइ, 6. b हरिसेण, a कज्ज, विण्णासइ, 7a अजसु, 8. b जें for जं, a सोरखु, 9 a पडिधुत्तउं for परत्तु तं 10.a अवर, lla वाणरेहि, 12. काह, 14 b परिछेओ समत्तो, a संधि ॥८॥
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