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भिगारिय सुसिरें णीसरियउ जाम पलोयमि दूरंतरियउ । ताम हु खिज्जेण वि णिग्गंतउ । पेच्छमि पुच्छवाले गउ खुत्तउ। एत्थंतरे मई वोल्लि गावें
मरु पाविठ्ठ महु पावें। अवरु वि जो परपीडहि कारणु सो वि लहइ दुहु जिह सो वारणु। 10 हउँ पुणु अवरणयरि पइसेविणु जिणभवण्णम्मि पयाहिण देविण । जिणु वंदेविणु मज्झे णिविट्ठउ मुणिउवयरणु जुण्णु ता दिट्ठउ । घत्ता- जिणमंदिरु सुण्णउ णिए वि मइँ चितिउ हउँ सावयह सुउ ।
चीररहिउ को तं को देइ महु कारणेण इय लिगि हउ ॥११॥
(12)
संबंध इय कहिउ
सइ जेम तउ गहिउ। तो भणिउ दियवरहि
कि सच्चवय धरहि । भवियन् णियमेण
तुहुँ चत्तु धम्मेण । झुठेण सवेण
णिम्मियउ दइवेण। तं सुणेवि मुणि लवई
एउ अलिउ संभवइ। जइ वेइ ण उ हवइ
दियसत्थु पुणु चवइ । अम्हेहिं ण उ मुणिउ
तुहुँ भणहि जइ सुणिउ । मुणि भणइ णिभंतु
जाणेमि भयवंतु। पर तुम्ह वीहेमि
तेण जिण साहेमि। दिय भणहि जइ मुणहि
तो पत्थि छलु भणहि। धत्ता- जइ को वि हेउ दिटठंत णय सहिउ वयण मणि जंपइ ।
णिम्मच्छर तो फुडु वि उ ससहं कि विवरीउ वियप्पइ ॥१२॥
10
(11) 1.b जावहि, b भिडिवालि, a मइ, b तावहिं, 2. b तेण for तेत्य,
a हउ, b जा, 3.b omits तहो, a हउ, 4.b ० भएण्ण, 5.6 दिढ़ for महु, a हउ, a पुण्णहि, 6.a मइ, a जाव ताव मइ, 7.b सुमरें, 9.b पाविट्ठवठ्ठ, 10.b दुहुँ, ll.a हउ, b भवणंति, 13.a जिणुमदिरु,
a मइ, a हउ, b सावयहु, 14.a omits तं, a देउ महु हु ।। (12) 1.b सई, a जेव, 2.b भणिउं दियवरहिं किर सच्च जइ वरहित
3.a भणियव्व, a तुहु चत्तुम धम्मेण, 4b णिम्मियउं, 6.a ण्ण उ. a पुण्णु, 7.a अम्हेहि, b मुणिहुँ, a तुह, b भणहिं, a ज for जह, 8.b जाणामि, 9.b साहेमि, 10.b भपहि, b मुणहि, b भणहि ।
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