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पत्ता - दुट्टु वि पहु जाणेवि चिरसेविउ मण्णंतउ । जो परिहरण मूढ किट्ठभिच्च सो वृत्तउ ||६||
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मण्डपकौशिक कथा
इयतें तिणि विपुरिस पसासेवि रत्ताइ य दह पुणु वि भणेविणु
हो सरिसु अत्थि जइ एक्कु वि तं सुविणु वंभण जंपहि
ता सम्मत्तरयणरयणायरु
दिय पुराणे आगमे जो वृत्तउ मंड कोसिउ णा तावसु
हिदि के वि आमंतिउ ता तावस कुडिलिकय दिट्ठिय जजमाणेण भणिउ विणु दोसें तावसेंहिं भणिउ गुरुभत्तिए मंडवको सिएण तावुत्तउ तेहि भणिज्जइ जेणय अपुत्तउ
घत्ता- विणु पुलेण ण कोवि भोपंति तेण तु
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सोलह मुट्ठि कहाणउ भासिवि । दियवर सह भणिय वि हसेविणु । तहो गुणु लहिवि ण पयडमि सक्कु वि । वृहण सह पइस एरिसु कहि । भइ समृदु गहिरसरू खेयरु | सो अक्खमि तु णिरुत्तउ | उगतेयत उणाइ विहावसु । तावस णिविट्ठ कयसतिउ । तंगिएव सहस त्ति समुयि । चल्लिय कंपमाण कि रोसें । पइ पाविट्ठ णिसिउ पंतिए । कहहु काइ मइ कायउ अजुत्तउ । अच्छइ एहु दोसु णिरुत्तउ ।
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इहपरलोए वि पुज्जिउ । संसग्गु वि वज्जिउ ॥७॥
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(6) 1.a खेrरु for सवरु, b भणई, a समुद्दितडहो, 3.a उवहे, b भणिउं मुह, b सुहिं, 4. b भणिउं, 5.b अइ for पुणु, a के for fक, 6. b मुणई, a तेणुत्तु, a के for कि, 7. a ददुरं, b मुणई, 8.2 उड्डीण, 9.b व for त्रि, a पडियउ for पर्याडिउ, 10.b व for वि, lla दुणिमित्त b तह, l2.b चएइ, 13.b चिरसे वि, 14 b मूढ, b कट्ठभिच्चु ।
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तहि गुण लहइ ण बोल्लिवि सक्कु वि,
( 7 ) 1.b कहाणउं, 3. b एयहं, a 4. b जंपहि, a वंभण for वहयण, b कहिं, 5 b तो for ता, b भणइं समुद्द, 6.4 पुराण आगम, a हउ, a उज्झ for तुज्झ, 7 b तउणाई, a_in margin gives meaning of विहावसु as सूर्य, 8 b एक्कहिं, 9. b एसि, 10. b भणिय, b विणु for fकं, 11a तावसेहि, b पभणिउं गुरुभत्ति पई, 12 a मंडवकोसएण, bomits कहहु काइ .... . अपुत्तउ, 13 b एउ जि for एहु ।
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